SOCIAL DOCTOR SHIV PRAKASH

happiness is the result of good health, if you want live happy, then live healthy. a blog for Healthy information and happiness.

Tuesday, November 28, 2017

what is Stress? जानिये आखिर तनाव होता क्या है?

तनाव हमेसा हानिकारक नहीं होता है यह आपको सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में और सफलता प्राप्त करने में भी प्रेरणा का स्त्रोत होता है। लेकिन जब निरंतर तनाव में रहते है तब इसका प्रतिकूल प्रभाव आपके मन व शरीर दोनों पर ही पड़ता है। अत्यधिक तनाव लेने से दिन-प्रतिदिन आपका स्वास्थ क्षीण होता जाता है और इससे आपके  चेहरे पर समय से पूर्व ही चिंता की रेखाएं, झर्रियाँ, आँखों के नीचे डार्क सर्कल, आने लगते है और आप जवान होते हुए भी वृद्ध दिखाई देने लगते है। जहा एक ओर अत्यधिक तनाव आपके सौंदर्य को प्रभावित करता है वही इससे तरह-तरह के शारीरिक व मानसिक रोग भी होने लगते है। इस लिए आप सभी को "तनाव क्या है? और किस तरह आप अपने तनाव को नियंत्रित कर सकते है?" के विषय में अधिक से अधिक जानना चाहिए।  

तनाव क्या है?
अब यहाँ प्रश्न उठ खड़ा होता है कि आखिर ये "तवाव है क्या?"  आपके भी मन में भी यह प्रश्न आया ही होगा तो चलिए हम आप के इस प्रश्न का जवाब देते है। "तनाव किसी आवश्यकता या गंभीर खतरे की स्थिति में हमारे शरीर द्वारा की जाने वाली एक प्रतिक्रिया है, फिर चाहे वह आवश्यकता या खतरा काल्पनिक हो वास्तविक।" यह हमारे शरीर के सुरक्षा तंत्र का ही एक हिस्सा है जो कुछ स्थिति में स्वतः ही स्वचालित होता है जैसे जब कोई वस्तु आपकी आँखों की तरफ आती है तब आपकी पलके स्वतः ही बंद हो जाती है, यह प्रतिक्रिया शरीर के सुरक्षा प्रणाली के प्रतिक्रिया का ही एक उदहारण है जो स्वतः ही स्वचालित होती है। ठीक इसी प्रकार से हमारा शरीर तनाव मुक्त होने के लिए भी कुछ ऐसी ही प्रतिक्रियाएं करता है। 

कुछ  मनोवैज्ञानिकों ने इसे "लड़ो या भागो" की प्रतिक्रिया के रूप में भी परिभाषित किया है। इसे आप इस प्रकार से भी समझ सकते है जब युद्ध की स्थिति में आपके सामने कोई ऐसा प्रतिद्वंदी होता ही जो आपके बराबर या आपसे कम शक्तिशाली है तो आपको स्वय पर यह विश्वास होता है कि आप उसे हरा सकते है तब आप उससे लड़ने को तैयार होते है, वही जब यही स्थिति पूर्व से विपरीत होती है जब आपके समक्ष एक या एक से अधिक व्यक्ति जो आपके से काफी बलवान हो, तब आपको ये विश्वास नहीं होता है कि आप उसने लड़ पाएंगे तब आपका उस परिस्थिति से भागने का मन करता है या फिर आप उनसे लडने से इनकार ही कर दे। इस प्रकार अपने देखा की तनाव आपके निर्णय लेने की प्रक्रिया को भी प्रभावित करता है जिससे कई बार तनाव की दशा में गलत निर्णय भी ले लेते है। 

अत्याधिक तनाव से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव 
जब कोई व्यक्ति अत्यधिक तनाव ग्रस्त रहता है तब उसके स्वास्थ्य पर इससे गंभीर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है जो न केवल उसे शारीरिक बल्कि मान को विभिन्न रोगो से ग्रसित करता है।  अत्यधिक तनाव से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले कुछ गंभीर प्रतिकूल प्रभाव निम्नलिखित है;
  1. अवसाद और चिंता
  2. किसी भी तरह का दर्द- विशेषतः सर दर्द 
  3. नींद सम्बन्धी समस्याएं
  4. स्व - प्रतिरक्षित रोग
  5. कब्ज़ की शिकायत
  6. त्वचा सम्बन्धी समस्या, जैसे एक्जिमा
  7. दिल की बीमारी
  8. वज़न सम्बन्धी समस्याएं
  9. प्रजनन सम्बन्धी समस्याएं
  10. सोच और स्मृति से सम्बंधित समस्याएं
अत्यधिक तनाव के लक्षण
अब यह प्रश्न उठता है कि हम किसी को अत्यधिक तनाव है कि नहीं यह कैसे पता करे? तो हम को बताना चाहेंगे कि आप अत्यधिक तनाव का पता कुछ लक्षणों के आधार पर लगा सकते है। जिनमे से कुछ इस प्रकार से है;
  • संज्ञानात्मक लक्षण
  1. स्मृति समस्याएं- जैसे भूलना, कुछ याद न कर पाना अादि 
  2. ध्यान केंद्रित करने में असमर्थता
  3. निर्णय न ले पाना 
  4. नकारात्मक सोच 
  5. उत्सुकता या तीव्र विचार का आना
  6. लगातार चिंतित रहना
  • भावनात्मक लक्षण
  1. अवसाद या सामान्य दुःख
  2. चिंता और हड़बड़ी 
  3. अस्थिर मनोदशा, चिड़चिड़ापन, या क्रोध
  4. अभिभूत होना 
  5. अकेलापन और अलगाव
  6. अन्य मानसिक या भावनात्मक स्वास्थ्य समस्याओं
  • शारीरिक लक्षण
  1. दर्द एवं पीड़ा
  2. दस्त या कब्ज
  3. थकान 
  4. मतली, चक्कर आना
  5. छाती में दर्द, तेज हृदय गति
  6. सेक्स ड्राइव का नुकसान
  7. बार-बार सर्दी या फ्लू
  • व्यवहारत्मक लक्षण
  1. अधिक या कम भोजन
  2. बहुत ज्यादा या बहुत कम नींद आना 
  3. अलग थलग रहना 
  4. कार्य या जिम्मेदारियों की उपेक्षा करना
  5. तनाव कम करने के लिए शराब, सिगरेट या ड्रग्स का इस्तेमाल करना
  6. असामान्य आदते (जैसे कि दांतो से नाख़ून चबाना, पेसिंग) 

तनाव उत्तपन्न करने वाले कुछ सामान्य कारक 
तनाव के लक्षणों के विषय में तो आपने जान लिया लेकिन अब आपके मन में यह प्रश्न आया होगा कि आखिर तनाव उत्त्पन्न ही क्यों होता है? तो आपको हम बता दे की ये तनाव विभिन्न कारणों से उत्त्पन्न होता है जिन्हे यदि आप नियंत्रण कर ले तो आपको तनाव जैसी समस्या नहीं होगी। तनाव उत्तपन्न करने वाले कारण निम्नलिखित है; 

तनाव के कुछ समान्य कारण
  1. जीवन में गंभीर परिवर्तन
  2. अत्यधिक कार्यभार  
  3. समंधो में कठिनाइया 
  4. वित्तीय समस्याएँ
  5. अत्यधिक व्यस्तता 
  6. बच्चों और परिवार की जिम्मेदारी 
  7. तनाव के शारीरिक या आंतरिक कारण 
  • निराशावाद
  1. अनिश्चितता को स्वीकार करने में असमर्थता
  2. कठोर सोच, लचीलेपन की कमी
  3. नकारात्मक आत्म-विष्लेषण 
  4. अवास्तविक आकांक्षाएं / पूर्णतावाद
  • तनाव उत्तपन्न करने वाली जीवन की कुछ 10 सबसे गंभीर घटनाये 
  1. पति या पत्नी की मृत्यु
  2. तलाक
  3. विवाह जुदाई/ प्रेम में असफलता 
  4. किसी कानून अपराध के लिए जेल 
  5. परिवार के करीबी सदस्य की मृत्यु
  6. चोट या बीमारी
  7. शादी
  8. नौकरी खोना
  9. विवाह सुलह
  10. सेवानिवृत्ति होना 
इस प्रकार अपने देखा कि तनाव क्या है? इसके लक्षण क्या है? और तनाव के उत्तन्न करने वाले कौन-कौन से करक होते है? लेकिन यहाँ ध्यान देने वाली बात ये है कि तनाव वास्तव में अपने आप कोई विशेष समस्या नहीं है बल्कि तनाव जब एक निश्चित सीमा से अधिक होता है तब यह समस्या बनता है। अापने यह भी देखा कि जहा एक ओर तनाव आपको सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है वही जब यह व्यक्ति के क्षमता से अधिक हो जाता है तब यह व्यक्ति के कार्यों में बाधा उत्पन्न करता है| आप तनाव उत्पन्न करने वाले कारकों पर यदि नियंत्रण पा लेते है तब आप अपने तनाव पर भी नियंत्रण भी पा लेते है। आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए कि आपके तनाव से लड़ने क्षमता आप पर ही निर्भर करती है निरंतर अभ्यास कर के आप अपने तनाव से लड़ने की क्षमता को बढ़ा सकते है और सदैव तनाव मुक्त रह सकते है। आशा करते है कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा। इसके अगले अध्याय में हम आपके लिए "तनाव प्रबंधन" के सम्बन्ध में बताएँगे अतः आप हमसे जुड़े और दुसरो को भी बताये ताकि सभी को इसका लाभ मिल सके।



No comments:

Post a Comment

Most Popular

For You